गुमटी हटाने गई जेसीबी पर बैठकर पूर्व मंत्री जोशी किया विरोध
कहा राजनीतिक द्वेष ता के कारण पंचायत गरीबों की रोजी रोटी छीन रही है
देवास बरोठा.केलोद में गणेश चौक के पास शासकीय हाईस्कूल एवं गणेश मंदिर है।उससे 100 फीट दूर 2 गुमटियां करीब 20 वर्षों पुरानी रखी हुई है।जिसे हटाने के लिए ग्राम पंचायत बार-बार संचालकों को दबाव बना रही थी ।पर दुकान संचालक अपनी रोजी रोटी कमाने के लिए पंचायत से जगह की मांग कर रहे थे।शुक्रवार को बरोठा नायब तहसीलदार,केलोद ग्राम पंचायत सचिव व पुलिस प्रशासन जेसीबी लेकर दोनों गुमटियां हटाने मौके पर पहुंचे।मौके पर उपस्थित पूर्व मंत्री दीपक जोशी,युवा किसान संगठन के अध्यक्ष रविंद्र चौधरी, जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि मुकेश पटेल भी मौके पर थे और प्रशासन के अधिकारियों से बात की दोनों गुमटी संचालक गरीब है ओर इस दुकान से अपने परिवार का भरण पोषण करते है इन्हे यहां से हटाने के बात दूसरी जगह विस्थापित किया जाय जिससे वह अपनी रोजी रोटी कमा सके।पर प्रशासन के अधिकारी संतोष जनक जवाब नहीं दे रहे थे और गुमटी हटाने का दबाव संचालकों पर बना रहे थे। जिस पर पूर्व मंत्री जोशी गुमटी हटाने आई जेसीबी के सामने खड़े हो गए।फिर जेसीबी पर बैठकर एक पक्षीय कारवाई का विरोध करने लगे मौके पर उपस्थित लोगों ने भी एक पक्षीय कारवाई पर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारे बाजी करने लगे यह माजरा करीब दो घंटे तक चलता रहा।मंत्री जोशी ने कहा कि सरपंच चुनाव में वर्तमान सरपंच को वोट नहीं दिया तो वह एक पक्षीय कार्यवाही कर रहे हैं। बाहुबलियों की यह तानाशाही नहीं चलेगी,उन्होंने कहा कि द्वेश्ता पूर्ण कार्यवाही की जा रही है। जो अशोभनीय है।मौके पर डीएसपी किरण शर्मा ने पंचायत सचिव व गुमटी वालो से बात की 3 घंटे चले प्रदर्शन के बाद अंत में गुमटी संचालकों की मांग मानते हुवे नायाब तहसीलदार सुभाष सुनहरे एवं पंचायत सचिव रमेशचंद्र मंडलोई ने संचालक मुकेश एवं मांगीलाल को ग्राम पंचायत के लेटर हेड पर लिखित में दिया जिसमें लिखा कि पंचायत द्वारा गांव में दुकानें बन रही है।उसमें दोनों गुमटी वालो को एक एक दुकान दे दी जाएगी।इसके बाद गुमटी संचालकों द्वारा मंत्री जोशी व ग्रामीणों की उपस्थिति में अपनी गुमटियां हटाई गई।
मामले में गुमटी चलाने वाले मुकेश चौधरी ने बताया कि में गांव केलोद का निवासी हूं।मेरी दुकान शासकीय हाईस्कूल से करीब 300 मीटर दूर रखी हुई है। जिससे मेरा रोजगार चलता है। मेरी स्टेशनरी और पंचर की दुकान है।लेकिन राजनीतिक दबाव के कारण सरपंच पति श्यामलाल चौधरी मुझे कहते हैं कि तूने मुझे वोट दिए हैं क्या।में तेरी दुकान हटवा दूंगा अवैध अतिक्रमण का नोटिस देकर मुझे बार-बार परेशान कर रहे हैं।मेरी दुकान हटा दी गई तो मेरी भीख मांगने की नौबत आ जाएगी।ऐसे में मुझे गोली ही मार दो।जिससे लोगों के सामने मेरी बेज्जती न हो।शासन – प्रशासन से निवेदन करता हूं।कि पूरे गांव में अवैध अतिक्रमण है। उसे हटाएं लेकिन वहां किसी से दिक्कत नहीं है।सिर्फ मुझसे दिक्कत है।ऐसा मैंने क्या किया राजनीतिक एक विचारधारा है। आरोप-प्रत्यारोप की रहती है। लेकिन व्यक्तिगत राजनीति के चलते गुमटी हटाने का दबाव बनाया गया है।
मामले में जिम्मेदार का कहना….
आबादी क्षेत्र में गुमटीयां थी।सेवा सहकारी सोसाइटी एवं शासकीय हाईस्कूल के पास अवैध अतिक्रमण था।ग्राम पंचायत ने तीन बार नोटिस दिए थे।गुमटियां हटाने को लेकर शिकायतें भी दर्ज थी।संचालकों द्वारा नहीं हटाने पर आज प्रशासनिक अमले के साथ कार्यवाही की गई।एवं दुकानें हटाई गई।सुभाष सुनेरे नायाब तहसीलदार बरोठा
छात्राओं से मिली शिकायत के बाद की गई है कार्यवाही :सरपंच
सरपंच राजूबाई पति श्यामलाल चौधरी ने बताया कि गांव की स्कूली छात्राओं से लगातार शिकायत मिल रही थी।कि इन गुमटीयों में अवैध रूप से शराब बिक्री होती थी।जिसके कारण आए दिन शराब पीने वाले लोग छात्राओं और गांव की अन्य महिलाओं के साथ छेड़छाड़ करते थे।जिसके चलते तीन बार हमने हटाने के लिए नोटिस भी दिए थे। उसके बाद शुक्रवार को हटाने की कार्यवाही की जा रही थी।कुछ लोग यहां राजनीति करने पहुंचे थे उन्होंने कार्यवाही ना करने के लिए धरना प्रदर्शन किया था जो अच्छा नहीं था।
राजूबाई पति श्यामलाल चौधरी सरपंच
ग्राम पंचायत केलोद